दुश्मन पास कभी आ ना पाये छाया बनकर साथ जो रहती है दुश्मन पास कभी आ ना पाये छाया बनकर साथ जो रहती है
आपकी आशिष हमेशा, करना स्वीकार नमन हमारा, महाराज शनि देव की जय। आपकी आशिष हमेशा, करना स्वीकार नमन हमारा, महाराज शनि देव की जय।
माँ जैसा अब इस जग में कोई, मुझको न प्यार है करने वाला! अपने भूखे भी सोकर माँ ने, रातों को मुझे दि... माँ जैसा अब इस जग में कोई, मुझको न प्यार है करने वाला! अपने भूखे भी सोकर माँ न...
स्वर्ग,धर्म और तपस्यापिता के रुप हैं।तीर्थ, मोक्ष और ईश्वरमाता स्वरुप हैं। स्वर्ग,धर्म और तपस्यापिता के रुप हैं।तीर्थ, मोक्ष और ईश्वरमाता स्वरुप हैं।
तुम बिन सबल नहीं कोई प्राणी। हैं जग जननी मेरी मात भवानी।। तुम बिन सबल नहीं कोई प्राणी। हैं जग जननी मेरी मात भवानी।।
इक मर्तबा चुपके से कह जाये कोई, है तेरा अपना भी कोई ! इक मर्तबा चुपके से कह जाये कोई, है तेरा अपना भी कोई !